विदेश घूमने का सपना आजकल लगभग हर कोई देखता है, लेकिन विदेश जाना इतना आसान नहीं होता जितना कहने और सुनने में लगता है। लोगों को विदेश जाने के लिए Visa Office के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं, फिर भी कोई न कोई समस्या उत्पन्न हो जाती है और Visa नहीं मिल पाता है। यहां हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं। जिससे आपका विदेश जाने का सपना पूरा होगा।
अहमदाबाद शहर के खड़िया इलाके में स्थित Hanuman Temple (हनुमानजी मंदिर) को Passport Wale Hnumanji (पासपोर्ट वाले हनुमानजी) के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर भी लगभग 300 साल पुराना माना जाता है। जो लोग विदेश जाना चाहते हैं, लेकिन वीजा नहीं मिलता, वे यहां आते है और हनुमानजी की मूर्ति की पूजा कर संकल्प लेते है। फिर वीजा मिलने के बाद वह यहां आता है और मन्नत पूरी करता है।
इन 7 देशों की यात्रा आप फ्लाइट या ट्रेन से नहीं बल्कि सीधे कार से कर सकते हैं
मंदिर के दर्शन के साथ ही स्वप्न पूरा हो जाता है
आजकल लगभग हर कोई विदेश जाने का सपना देखता है, लेकिन विदेश में बसना इतना आसान नहीं है। जैसा कि कहने और सुनने में दिखाई देता है। विदेश जाने के लिए लोगों को कितनी बार पासपोर्ट ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते हैं? हालांकि, कई बार वीजा नहीं मिलता है या Visa Application खारिज कर दिया जाता है। ऐसे में लोगों का विदेश जाने का सपना अधूरा रह जाता है। अहमदाबाद खड़िया में ऐसा ही एक मंदिर है। जहां आपका विदेश जाने का सपना पूरा होता है।
300 साल पुराना मंदिर
मंदिर के ट्रस्टी रूपंग मेहता से टेलीफोन पर बातचीत में कहा कि प्रारंभ में यह मंदिर पारिवारिक मंदिर था। हम 10 पीढ़ियों से इस मंदिर की पूजा करते आ रहे हैं। यह मंदिर लगभग 300 साल पुराना है। ऐसा माना जाता है कि गुजरात में पहली मिल के संस्थापक हर्षदलाल छोटेलाल ने इस मंदिर की स्थापना की थी।
20 साल पहले महिलाओं ने पासपोर्ट के साथ पूजा की थी
उन्होंने कहा, हनुमानजी मंदिर अब Visa Hanumanji के नाम से प्रसिद्ध है। करीब 20 साल पहले यहां रहने वाली मोहल्ले की महिलाओं ने पासपोर्ट लेकर पुजारी को पूजा अर्चना की। कुछ समय बाद उन्हें वीजा भी मिल गया। फिर इन महिलाओं ने औरों को भी बताया और यह बात हर जगह फैल गई। तभी से इस हनुमानजी मंदिर को वीजा हनुमानजी (Visa Hanuman) के नाम से जाना जाता है।
हनुमानजी की मूर्ति की पूजा की जाती है
जो लोग विदेश जाना चाहते हैं, लेकिन समस्या है, वे इस मंदिर में अपना Passport लेकर आते हैं। इस मंदिर के पुजारी Passport को हनुमानजी की मूर्ति के पास बैठकर पूजा और संकल्प लेते हैं। इस पूजा के संपन्न होने के बाद चौपाई की एक किताब भी दी जाती है। उन्हें वीजा मिलने तक हर सुबह इस चौपाई का पाठ करने के लिए कहा जाता है। visa मिलने के बाद हर भक्त अपनी मर्जी से और मर्यादा पूरी करने आता है, लेकिन मंदिर का यही कहना है कि या तो तुम मर्यादा पूरी करो या फिर यहां आकर हनुमानजी को धन्यवाद दो। जो visa प्राप्त हुए हैं उन्हें केवल यहां भगवान को दिखाने की आवश्यकता के बारे में बताया गया है।
मिनटों में दूर हो जाएगी visa की समस्या
वर्षों से चली आ रही वीज़ा की अड़चन को मिनटों में दूर किया जा सकता है। इसके बाद जैसे ही आप वीजा के लिए अप्लाई करेंगे आपका वीजा अप्रूव हो जाएगा। एक भक्त ने बताया कि करीब 3 बार उनका वीजा कैंसिल हुआ, यहां हनुमानजी के दर्शन करने के बाद ही उन्हें इजाजत मिली। आपको बता दें कि यहां हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु वीजा अप्रूवल के लिए पासपोर्ट के साथ आते हैं।
हनुमान जी का वीजा हेड ऑफिस
अहमदाबाद के खड़िया इलाके में देसाई रोड पर स्थित हनुमानजी के इस मंदिर को वीजा हेड ऑफिस माना जाता है। माना जाता है कि अच्छे लोगों को इस मंदिर में सिर झुकाकर आशीर्वाद लेने से वीजा मिल जाता है। लोगों की आस्था इतनी है कि लोग इस मंदिर के हनुमानजी को Visa Hanuman (वीज़ा हनुमान) कहने लगे हैं।
भिखारी की झोपड़ी में लगे AC को देखकर पुलिस को शक हुआ
हनुमान जयंती के दिन विशेष पूजा
Hanuman Jayanthi (हनुमान जयंती) के दिन यहां ट्रस्टी द्वारा पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। आमतौर पर मंदिर दोपहर में बंद रहता है, लेकिन शनिवार या हनुमान जयंती के दिन मंदिर पूरे दिन खुला रहता है। पहले हनुमान जयंती के दिन हनुमानजी को अन्नकूट का भोग लगाया जाता था लेकिन अब देवदीवाली के दिन भगवान को अन्नकूट का भोग लगाया जाता है।
Advertisement
Note :
किसी भी हेल्थ टिप्स को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले. क्योकि आपके शरीर के अनुसार क्या उचित है या कितना उचित है वो आपके डॉक्टर के अलावा कोई बेहतर नहीं जानता
Tags:
Knowledge