किडनी खराब होने से पहले क्या संकेत देता है ? उपाय


किडनी फेल होने से पहले, शरीर कुछ संकेत देता है जिन्हें आप ध्यान देना चाहिए। ये संकेत व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में बदलाव को दर्शाते हैं और किडनी की कार्यक्षमता में कमी को सूचित करते हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण संकेत दिए जाते हैं

किडनी खराब होने से पहले क्या संकेत देता है ? उपाय

Kidney खराब होने से पहले क्या संकेत देता है ? उपाय

पेशाब में भी आते है ये बदलाव : 

किडनी की समस्या होने पर मूत्र रंग में बदलाव आपको देखने मिलेगा। इसमें मूत्र की मात्रा में भी आपको बदलाव, मूत्र के रंग या स्वरूप में बदलाव, अगर बार-बार मूत्र ले लिए जाने की आवश्यकता, रात में मूत्र करने के लिए आपको बार बार जगना पड़े.

शारीरिक और मानसिक थकान: किडनी की समस्या होने पर थकान, कमजोरी, ऊर्जा की कमी, चक्कर आना, नींद की समस्या आदि दिख सकती है। व्यक्ति बेहद थका-माना और अकेलापन महसूस कर सकता है।

शारीरिक बदलाव: किडनी के संक्रमण या नुकसान के कारण शारीरिक बदलाव दिख सकते हैं, जैसे कि भूख की कमी, वजन कम होना, चमड़ी में खुजली या रेशे, हाथ-पैरों में सूजन, नाखूनों के परिवर्तन आदि।

उच्च रक्तचाप: किडनी के संक्रमण या कमजोरी के कारण रक्तचाप बढ़ सकता है। यदि रक्तचाप काफी समय तक उच्च बना रहता है, तो यह किडनी के लिए नुकसानकारी हो सकता है।

मूत्र में पेशाब के साथ खून आना: किडनी समस्या के कारण मूत्र में खून आ सकता है। यदि आपको मूत्र में खून या गहरा रंग दिखाई देता है, तो इसे ध्यान में रखना चाहिए और तत्पर रहना चाहिए।

यदि आपको इन संकेतों का अनुभव हो रहा है, तो आपको तुरंत चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए। किडनी समस्याओं को समय रहते पहचानने और उपचार कराने से संभवतः गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।

किडनी फेल होने से कैसे बचे ?

स्वस्थ आहार: एक स्वस्थ और संतुलित आहार रखना किडनी स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। बहुत ज्यादा तेल, नमक, चीनी, प्रोसेस्ड और आधारित खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें। फल, सब्जियां, पूरे अनाज, फाइबर युक्त आहार, हरे पत्ते और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें। पानी की पर्याप्त मात्रा में सेवन करें।

पर्याप्त जलयोजन:

हर दिन योग्य मात्रा में पानी पियें। यह किडनी को साफ, स्वस्थ और अच्छा रखने में मदद करता है।पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। यह किडनी को स्वच्छ और स्वस्थ रखने में मदद करता है।

सुषम दवाओं का सेवन: किसी भी दवा का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक की सलाह लें और किडनी के लिए हानिकारक या नेप्रोटॉक्सिक दवाओं से बचें। विशेष रूप से एन्टी-इन्फ्लेमेट्री दवाओं, नित्रेट, एंटीबायोटिक्स और पेनकिलिन जैसी दवाओं के सेवन को संयंत्रित करें।

नशीली द्रव्यों से दूर रहें: तंबाकू, शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन बंद करें या कम करें। इन्हें किडनी के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है।

व्यायाम करें: नियमित शारीरिक गतिविधि करना किडनी स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। योग, ध्यान, प्राणायाम और मनोरंजक व्यायाम शामिल करें।

स्ट्रेस को कम करें: अधिक तनाव किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। योग, मेडिटेशन, संगीत सुनना, घुटने के ऊपर मसाज करना और आपकी पसंदीदा गतिविधि करना स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकते हैं।

नियमित चिकित्सा जांच: नियमित रूप से अपने चिकित्सक के पास जाएं और अपनी किडनी स्वास्थ्य की जांच करवाएं। यह आपको किडनी समस्याओं को समय रहते पहचानने और उपचार करने में मदद करेगा।

यह सभी उपाय किडनी स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं। यदि आपको किडनी से संबंधित किसी भी समस्या के संकेत महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श लें और उचित उपचार करवाएं।



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Note :

किसी भी हेल्थ टिप्स को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले. क्योकि आपके शरीर के अनुसार क्या उचित है या कितना उचित है वो आपके डॉक्टर के अलावा कोई बेहतर नहीं जानता


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