सूखे मेवों का सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है और शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी पूरी होती है। जब भी आप बाजार में ड्राई फ्रूट्स खरीदने जाते हैं तो आपने देखा होगा कि इनकी कीमतें दिन-ब-दिन आसमान छू रही होती हैं। ऐसे में शरीर को पोषण देने वाले काजू, बादाम और पिस्ता आम लोगों की पहुंच से दूर हो गए हैं. कम ही लोग जानते हैं कि भारत में एक जगह ऐसी भी है जहां सूखे मेवे और सब्जियों के दाम मिलते हैं। ये जगह है झारखंड का जामताड़ा.
जब से लोगों को पता चला कि प्याज और आलू के मुकाबले काजू सस्ते दाम पर मिल रहे हैं। तब से यहाँ के लोग आते-जाते रहते हैं। तो आप सोच रहे होंगे कि काजू इतने सस्ते कैसे हो सकते हैं? दरअसल इसके पीछे एक वजह होती है और जब तक आप इसे नहीं जानते तब तक आप हमारी बात पर यकीन नहीं करेंगे।
Cashews (काजू) के बाग
हाल ही में झारखंड का जामताड़ा सुर्खियों में था. कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साइबर क्राइम से जुड़े बड़े अपराध सीधे तौर पर जामताड़ा से जुड़े हैं. जामताड़ा से जुड़ी सीरीज भी काफी चर्चित रही थी, जो साइबर क्राइम पर आधारित थी. आपको जानकर हैरानी होगी कि जामताड़ा को 'काजू नगरी' के नाम से भी जाना जाता है। आपको शायद इस बात पर यकीन न हो, लेकिन जामताड़ा में काजू की कीमत 40 से 100 रुपये प्रति किलो है. जामताड़ा में नाला नाम की एक जगह है, जहां करीब 49 एकड़ में काजू की खेती होती है. यह उद्यान जामताड़ा ब्लॉक से लगभग 4 किमी की दूरी पर स्थित है
Cashews (काजू) इतने सस्ते क्यों मिलते हैं?
इस कीमत पर आपको देश में कहीं भी काजू नहीं मिलेंगे. जामताड़ा के किसान इस समय बदहाली का सामना कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन इन किसानों की दुर्दशा को दूर करने के लिए योजना बनाने की बात कर रहा है. इसके अलावा काजू की बागवानी बढ़ाने की भी बात हो रही है और इसकी कीमत भी बढ़ाने की पहल चल रही है.
2010 में वन विभाग के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि जामताड़ा के कई इलाकों की जमीन काजू की खेती के लिए सबसे उपयुक्त है। यह बहुत पिछड़ा इलाका है. जहां फल आते ही किसान उसे खेत से तोड़कर सड़क किनारे औने-पौने दाम पर बेच देते हैं.
दरअसल झारखंड में हर साल हजारों टन काजू का उत्पादन होता है. जामताड़ा जिला मुख्यालय से लगभग चार किलोमीटर दूर लगभग 49 एकड़ की विशाल कृषि भूमि पर काजू की खेती की जाती है। यहां सूखे मेवों के बड़े-बड़े बगीचे हैं। यहां काम करने वाले लोग इन सूखे मेवों को बहुत सस्ते दाम पर बेचते हैं।
हैरानी की बात यह है कि हमें अभी भी काजू ऊंचे दामों पर मिलता है। काजू की ऊंची कीमत के कारण किसान ज्यादातर देश के अन्य राज्यों में भी सूखे मेवों की खेती करना चाहते हैं। इनके झुकाव का कारण इनकी बढ़ती लागत है। जब से लोगों को पता चला कि यहां काजू आलू-प्याज के दाम पर मिलता है. तभी से यहां लोगों का आना-जाना शुरू हो गया।
काजू Business Idea
मिलती जानकारी के अनुसार यहाँ इतना सस्ता काजू मिलता है एक बार आपको यहाँ जाकर वहा बगीचे के मालिक से मिलकर इसे बेचने की योजना बनानी चाहिए। क्योकि भारत के दूसरे भागो में ये 450 से 1000 तक कीमत में बिकते है ये Business Idea आपको कैसा लगा ? हमको जरूर Comment Box में बताये
Advertisement
Note :
किसी भी हेल्थ टिप्स को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले. क्योकि आपके शरीर के अनुसार क्या उचित है या कितना उचित है वो आपके डॉक्टर के अलावा कोई बेहतर नहीं जानता